अंगिका भाषा क॑ तुरंत संविधान केरऽ आठमऽ अनुसूची में शामिल करलऽ जाना चाहियऽ -पुरातत्व वेत्ता पंडित अनूप कुमार वाजपेयी | News in Angika
दुमका । बितलऽ मंगलवार क॑ डा. मीरा झा केरऽ किताब 'अंगिका/खोरठा पंडित अनूप कुमार वाजपेयी से साक्षात्कार संवाद' पुस्तक केरऽ लोकार्पण करलऽ गेलै । मौका प॑ परिचर्चा क॑ संबोधित करतें डा. मीरा झा न॑ कहलकै कि हुनी अपनऽ शोध में ई पैल॑ छै कि मौलिक रूप सें अंगिका आरू खोरठा में कोय फर्क नै छै ।

पुरातत्व वेत्ता पंडित अनूप कुमार वाजपेयी न॑ कहलकै कि अंगिका आरू खोरठा केरऽ भेद क॑ दूर करतें हुअ॑ अब॑ अंगिका भाषा क॑ संविधान केरऽ आठमऽ अनुसूची में शामिल करलऽ जाना चाहियऽ आरू झारखण्ड केरऽ विश्वविद्यालय सब म॑ एकरऽ पढ़ाय शुरू करलऽ जाना चाहियऽ।
कार्यक्रम केरऽ अध्यक्षता करी रहलऽ प्रयास फाउण्डेशन केरऽ सचिव मधुर सिंह न॑ कहलकै कि ई प्रकार के शोधपरक किताबऽ के प्रकाशन म॑ हमरऽ संस्था सहयोग करतै ।

जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह जिला पंचायती राज पदाधिकारी शिवनारायण यादव, केकेएम कालेज पाकुड़ केरऽ पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. मनमोहन मिश्रा, सेवानिवृत्त एडीएम डा. सी एन मिश्रा, सेवा निवृत्त सहकारिता पदाधिकारी अरूण सिन्हा, प्रो. शंकर पंजियारा, प्रो. अनुज आर्य, राजीव रंजन, अमरेन्द्र सुमन, डा. सपन पत्रलेख, आचार्य रामजीवन झा, सामाजिक कार्यकर्ता शंकर सिंह पहाड़िया, अधिवक्ता जीवन राय, अशोक सिंह, राज कुमार उपाध्याय न॑ भी संबोधित किया ।
(साभार - https://www.livehindustan.com/jharkhand/dumka/story-there-is-no-fundamental-difference-between-angika-and-kharhta-dr-meera-jha-1776632.html)
पुरातत्व वेत्ता पंडित अनूप कुमार वाजपेयी न॑ कहलकै कि अंगिका आरू खोरठा केरऽ भेद क॑ दूर करतें हुअ॑ अब॑ अंगिका भाषा क॑ संविधान केरऽ आठमऽ अनुसूची में शामिल करलऽ जाना चाहियऽ आरू झारखण्ड केरऽ विश्वविद्यालय सब म॑ एकरऽ पढ़ाय शुरू करलऽ जाना चाहियऽ।
कार्यक्रम केरऽ अध्यक्षता करी रहलऽ प्रयास फाउण्डेशन केरऽ सचिव मधुर सिंह न॑ कहलकै कि ई प्रकार के शोधपरक किताबऽ के प्रकाशन म॑ हमरऽ संस्था सहयोग करतै ।
जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह जिला पंचायती राज पदाधिकारी शिवनारायण यादव, केकेएम कालेज पाकुड़ केरऽ पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. मनमोहन मिश्रा, सेवानिवृत्त एडीएम डा. सी एन मिश्रा, सेवा निवृत्त सहकारिता पदाधिकारी अरूण सिन्हा, प्रो. शंकर पंजियारा, प्रो. अनुज आर्य, राजीव रंजन, अमरेन्द्र सुमन, डा. सपन पत्रलेख, आचार्य रामजीवन झा, सामाजिक कार्यकर्ता शंकर सिंह पहाड़िया, अधिवक्ता जीवन राय, अशोक सिंह, राज कुमार उपाध्याय न॑ भी संबोधित किया ।
(साभार - https://www.livehindustan.com/jharkhand/dumka/story-there-is-no-fundamental-difference-between-angika-and-kharhta-dr-meera-jha-1776632.html)
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