भोजपुरी गीत को मुंगेर गीत घोषित किए जाने की भर्त्सना
मुंगेर, : अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के जिला शाखा के कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को कला मंच कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में
जिला स्थापना दिवस के अवसर पर भोजपुरी भाषा के गीत को मुंगेर गीत घोषित किए जाने की भर्त्सना मंच के सदस्यों ने की। मंच के सचिव अंजनी कुमार सुमन
ने कहा कि मुंगेर अंग जनपद है। यहां की भाषा अंगिका है। अत: मुंगेर गीत अंगिका भाषा में होनी चाहिए, लेकिन इसके विपरीत मुंगेर गीत भोजपुरी भाषा में सुन
कर लोग मर्माहत हैं। बैठक में कला मंच के उपाध्यक्ष उत्तम कुमार सिंह, बिहार प्रदेश महासचिव विजेता मुदगलपुरी ने इस बात की निंदा करते हुए कहा कि जिला
प्रशासन ने अब तक मुंगेर गीत का चयन नहीं किया और मंच से उद्घोषक ने भोजपुरी भाषा के गीत को मुंगेर का गीत बताया। बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष शिवनंदन
सलिल ने इसे मुंगेर की अस्मिता के साथ खिलवाड़ बताया है। बैठक में सुनील सौरभ, शिव प्रसंग सिंह, ऋषिराज, घनश्याम, कोमल कुमारी, ऋतु कुमारी आदि ने
भी अपने विचार प्रकट करते हुए इस कृत्य की निंदा की।
Source : http://www.jagran.com/bihar/munger-9915209.html
जिला स्थापना दिवस के अवसर पर भोजपुरी भाषा के गीत को मुंगेर गीत घोषित किए जाने की भर्त्सना मंच के सदस्यों ने की। मंच के सचिव अंजनी कुमार सुमन
ने कहा कि मुंगेर अंग जनपद है। यहां की भाषा अंगिका है। अत: मुंगेर गीत अंगिका भाषा में होनी चाहिए, लेकिन इसके विपरीत मुंगेर गीत भोजपुरी भाषा में सुन
कर लोग मर्माहत हैं। बैठक में कला मंच के उपाध्यक्ष उत्तम कुमार सिंह, बिहार प्रदेश महासचिव विजेता मुदगलपुरी ने इस बात की निंदा करते हुए कहा कि जिला
प्रशासन ने अब तक मुंगेर गीत का चयन नहीं किया और मंच से उद्घोषक ने भोजपुरी भाषा के गीत को मुंगेर का गीत बताया। बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष शिवनंदन
सलिल ने इसे मुंगेर की अस्मिता के साथ खिलवाड़ बताया है। बैठक में सुनील सौरभ, शिव प्रसंग सिंह, ऋषिराज, घनश्याम, कोमल कुमारी, ऋतु कुमारी आदि ने
भी अपने विचार प्रकट करते हुए इस कृत्य की निंदा की।
Source : http://www.jagran.com/bihar/munger-9915209.html
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