अंगिका के लिए पटना में आंदोलन 10 दिस को
बांका : अंगिका भाषा के विकास के लिए पटना में दस दिसंबर को अधिकार सह सम्मान रैली होगा। रैली में राज्य के विभिन्न हिस्से के अंगिका भाषी पहुंचेंगे।
आंदोलन को सफल बनाने के लिए 29 नवंबर से सभी जिले में अधिकार सह सम्मान यात्रा की जा रही है। यात्रा समिति के प्रधान संरक्षक दिवाकर चंद्र दूबे के नेतृत्व में की जा रही है। शनिवार को सम्मान यात्रा बांका पहुंची।
अंग रथ में शामिल अंग उत्थान आंदोलन समिति के केंद्रीय अध्यक्ष गौतम सुमन ने कहा कि अंगिका भाषा के विकास के लिए अब कोई समझौता नहीं होगा। सरकार मांगे पूरी करे या इस्तीफा दें। अब शांति नहीं क्रांति होगा। सरकार अंग क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। लोक भाषा अंगिका को सिर्फ छलने का काम किया गया है। समिति ने अंगिका के हक के लिए ही 10 दिसंबर को पटना में आंदोलन का बिगुल फूंका है। दिवाकर चंद्र दूबे ने कहा कि दस करोड़ बिहारी अस्मिता के नाम पर सरकार सर्कस कर रही है। जबकि सात करोड़ अंगिका भाषियों को उपेक्षित किये हुए है। आंदोलन का शंखनाद हो चुका है।
आंदोलन को सफल बनाने के लिए 29 नवंबर से सभी जिले में अधिकार सह सम्मान यात्रा की जा रही है। यात्रा समिति के प्रधान संरक्षक दिवाकर चंद्र दूबे के नेतृत्व में की जा रही है। शनिवार को सम्मान यात्रा बांका पहुंची।
अंग रथ में शामिल अंग उत्थान आंदोलन समिति के केंद्रीय अध्यक्ष गौतम सुमन ने कहा कि अंगिका भाषा के विकास के लिए अब कोई समझौता नहीं होगा। सरकार मांगे पूरी करे या इस्तीफा दें। अब शांति नहीं क्रांति होगा। सरकार अंग क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। लोक भाषा अंगिका को सिर्फ छलने का काम किया गया है। समिति ने अंगिका के हक के लिए ही 10 दिसंबर को पटना में आंदोलन का बिगुल फूंका है। दिवाकर चंद्र दूबे ने कहा कि दस करोड़ बिहारी अस्मिता के नाम पर सरकार सर्कस कर रही है। जबकि सात करोड़ अंगिका भाषियों को उपेक्षित किये हुए है। आंदोलन का शंखनाद हो चुका है।
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