झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में अंगिका भाषा में 7855 परीक्षार्थी सफल
शिक्षक पात्रता परीक्षा में भोजपुरी , मगही , अंगिका भाषा से पास उम्मीदवारों का रिजल्ट रद्दे करने के शिक्षा मंत्री के बयान के बाद चारों तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है. लेकिन इस पूरे मामले का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि राज्य के किस जिले में कौन सी क्षेत्रीय भाषा होगी यह झारखंड सरकार ने ही तय कर रखी है. शिक्षक नियुक्ति नियमावली में इसका जिक्र है.
सरकार द्वारा इन भाषाओं को शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल करने की अनुमति दी गयी है. इसके बाद इन भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा के रूप में शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल किया गया है. ऐसे में शिक्षा मंत्री का बयान समझ से परे है. हालांकि पूर्व में भी मंत्री ने इस तरह के कई बयान दिये हैं.
गौरतलब है कि क्षेत्रीय भाषाओं को परीक्षा में शामिल करने में झारखंड एकेडमिक काउंसिल की कोई भूमिका नहीं है. परीक्षा को लेकर सभी निर्देश मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा दिया गया है. शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुरूप ही झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इन भाषाओं को परीक्षा में शामिल किया है. इससे पूर्व वर्ष 2010 में हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा में भी क्षेत्रीय भाषा के रूप में इनको परीक्षा में शामिल किया गया था.
इधर शिक्षक पात्रता परीक्षा में अंगिका भाषा में 7855 ,भोजपुरी भाषा में 4,148 और मगही भाषा में 8846 परीक्षार्थी सफल हुए हैं.अंगिका भाषा में कक्षा एक से पांच तक की परीक्षा में 2371 व छह से आठ तक में 35484 परीक्षार्थी, भोजपुरी भाषा में कक्षा एक से पांच तक की परीक्षा में 618 व छह से आठ तक में 3,530 परीक्षार्थी , मगही भाषा में कक्षा एक से पांच तक की परीक्षा में 3257 व छह से आठ तक में 5589 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए हैं. भोजपुरी मगही, अंगिका के अलावा बांगला व ओड़िया को भी क्षेत्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी गयी थी.
सफल विद्यार्थीयों की संख्या :
भाषा एक से पांच छह से आठ
बांग्ला 1996 3203
ओड़िया 241 373
मगही 3257 5589
भोजपुरी 618 3530
अंगिका 2371 5484
- जिलावार भाषा
* मगही : लातेहार, पलामू, गढ़वा
* भोजपुरी : लातेहार, पलामू, गढ़वा
* अंगिका : देवघर, गोड्डा, पाकुड़, साहेबगंज, जामताड़ा, दुमका
* बांग्ला : रांची, खूंटी, दुमका, जामताड़ा, साहेबगंज, पाकुड़, सरायकेला-खरसावां
* ओड़िया : प. सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां
(Source: http://www.prabhatkhabar.com/news/55981-Education-Minister-Geetasri-Oram-Tate-Bhojpuri-candidate-canceled-Result-language-party-meeting.html)
सरकार द्वारा इन भाषाओं को शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल करने की अनुमति दी गयी है. इसके बाद इन भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा के रूप में शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल किया गया है. ऐसे में शिक्षा मंत्री का बयान समझ से परे है. हालांकि पूर्व में भी मंत्री ने इस तरह के कई बयान दिये हैं.
गौरतलब है कि क्षेत्रीय भाषाओं को परीक्षा में शामिल करने में झारखंड एकेडमिक काउंसिल की कोई भूमिका नहीं है. परीक्षा को लेकर सभी निर्देश मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा दिया गया है. शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुरूप ही झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इन भाषाओं को परीक्षा में शामिल किया है. इससे पूर्व वर्ष 2010 में हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा में भी क्षेत्रीय भाषा के रूप में इनको परीक्षा में शामिल किया गया था.
इधर शिक्षक पात्रता परीक्षा में अंगिका भाषा में 7855 ,भोजपुरी भाषा में 4,148 और मगही भाषा में 8846 परीक्षार्थी सफल हुए हैं.अंगिका भाषा में कक्षा एक से पांच तक की परीक्षा में 2371 व छह से आठ तक में 35484 परीक्षार्थी, भोजपुरी भाषा में कक्षा एक से पांच तक की परीक्षा में 618 व छह से आठ तक में 3,530 परीक्षार्थी , मगही भाषा में कक्षा एक से पांच तक की परीक्षा में 3257 व छह से आठ तक में 5589 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए हैं. भोजपुरी मगही, अंगिका के अलावा बांगला व ओड़िया को भी क्षेत्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी गयी थी.
सफल विद्यार्थीयों की संख्या :
भाषा एक से पांच छह से आठ
बांग्ला 1996 3203
ओड़िया 241 373
मगही 3257 5589
भोजपुरी 618 3530
अंगिका 2371 5484
- जिलावार भाषा
* मगही : लातेहार, पलामू, गढ़वा
* भोजपुरी : लातेहार, पलामू, गढ़वा
* अंगिका : देवघर, गोड्डा, पाकुड़, साहेबगंज, जामताड़ा, दुमका
* बांग्ला : रांची, खूंटी, दुमका, जामताड़ा, साहेबगंज, पाकुड़, सरायकेला-खरसावां
* ओड़िया : प. सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां
(Source: http://www.prabhatkhabar.com/news/55981-Education-Minister-Geetasri-Oram-Tate-Bhojpuri-candidate-canceled-Result-language-party-meeting.html)
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