अंगिका की समृद्धि पर ही अंग क्षेत्र का सांस्कृतिक विकास संभव
गोड्डा : अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच झारखंड प्रदेश इकाई की बैठक शुक्रवार को असनबनी स्थित कार्यालय परिसर में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कयूम
अंसारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है। ऐसे में अंगिका की समृद्धि पर ही क्षेत्र का सांस्कृतिक विकास संभव है। इसके मद्देनजर
अंगिका साहित्य कला मंच 25 नवम्बर को कार्यशाला का आयोजन करेगा। जिसमें अंगिका भाषा शुद्ध लिखने व सही उच्चारण के साथ पढ़ने की जानकारी दी
जाएगी।
अंगिका साहित्य मंच के प्रदेश महासचिव डॉ. प्रदीप प्रभात ने कहा कि अंगिका भाषा साहित्य के जानेमाने राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकार डॉ. तेजनारायण कुशवाहा,
डॉ. अमरेन्द्र, डॉ. अनिरुद्ध प्रसाद विमल और तिलकामांझी अगिका मनीषी डॉ. अमोद कुमार मिर भी शिरकत करेंगे। कार्यशाला के प्रथम दिन अंगिका टेली फिल्म
फुसरी का प्रदर्शन किया जायेगा। डॉ. शंभूनाथ राय ने कहा कि जिला में पहली बार इस प्रकार का कार्यशाला आयोजित की जा रही है जिससे संताल परगना के
छात्र-छात्राओं को शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल होने में काफी सहायता मिलेगी। नवीन ठाकुर समधि ने कहा कि अंगिका साहित्य कैसे लिखा जाएगा एवं पढ़ा
जाएगा इसका गुर इस कार्यशाला से मिल सकेगी। इस अवसर पर फिरोज आलम, मुन्नी रानी, नवीन कुमार, मु. जियाउद्दीन, बिन्दु कुमारी आदि उपस्थित थीं।
Source: http://www.jagran.com/jharkhand/godda-9835222.html
अंसारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है। ऐसे में अंगिका की समृद्धि पर ही क्षेत्र का सांस्कृतिक विकास संभव है। इसके मद्देनजर
अंगिका साहित्य कला मंच 25 नवम्बर को कार्यशाला का आयोजन करेगा। जिसमें अंगिका भाषा शुद्ध लिखने व सही उच्चारण के साथ पढ़ने की जानकारी दी
जाएगी।
अंगिका साहित्य मंच के प्रदेश महासचिव डॉ. प्रदीप प्रभात ने कहा कि अंगिका भाषा साहित्य के जानेमाने राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकार डॉ. तेजनारायण कुशवाहा,
डॉ. अमरेन्द्र, डॉ. अनिरुद्ध प्रसाद विमल और तिलकामांझी अगिका मनीषी डॉ. अमोद कुमार मिर भी शिरकत करेंगे। कार्यशाला के प्रथम दिन अंगिका टेली फिल्म
फुसरी का प्रदर्शन किया जायेगा। डॉ. शंभूनाथ राय ने कहा कि जिला में पहली बार इस प्रकार का कार्यशाला आयोजित की जा रही है जिससे संताल परगना के
छात्र-छात्राओं को शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल होने में काफी सहायता मिलेगी। नवीन ठाकुर समधि ने कहा कि अंगिका साहित्य कैसे लिखा जाएगा एवं पढ़ा
जाएगा इसका गुर इस कार्यशाला से मिल सकेगी। इस अवसर पर फिरोज आलम, मुन्नी रानी, नवीन कुमार, मु. जियाउद्दीन, बिन्दु कुमारी आदि उपस्थित थीं।
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